Tuesday, March 17, 2009

वायु की रफ़्तार में युवा...


वायु की रफ़्तार में युवा...
कम समय में बहुत कुछ करने की चाह
कॉम्पिटिशन के इस दौर में हर कोई बहुत कम समय में बहुत ज्यादा पाने की चाहत रखता है.इस दौड़ में युवा वर्ग सबसे ज्यादा आगे है. इन्हें कैरिअर बनाने से पहले ही ऐसो-आराम, bike में घुमने की चाहत, मंहंगे मोबाइल का शौक और दूसरी चीजों का ग्लेमर आकर्षित कर लेता है. जो आज के युवाओं को गलत रास्ते में धकेल रहा है. गलत रास्ते में जाने वाले युवाओं में कोई खास वर्ग नहीं बल्कि हर वर्ग का यूथ शामिल है. अपने शौक के लिए बुराई के रास्ते पर जाने से इन्हें कोई परहेज नहीं है. वह ये भी जानता है कि आने वाले समय में वह पकड़ा गया तो उसके साथ क्या होगा उनके परेंट्स उसके बारे में क्या सोचेंगें. लेकिन इन सब बातों की अनदेखी करते हुए अपनी मनमानी करते रहतें है और इसी मनमानी की रफ्तार में वह इतना आगे निकल जाता है कि उसे अपने कैरिअर के बारे में सोचने का वक्त ही नहीं मिल पाता. और जब अपने कैरिअर के बारे में सोचता है तो वह भविष्य को लेकर सशंकित हो जाता है. और असफलता के डर से कभी-कभी ऐसा कदम भी उठा लेता है जो उसके अस्तित्व को मिटा कर रख देता है.
शार्ट कट से सफलता नहीं...
समय की सबसे बड़ी मांग है सफलता,लेकिन सफल होना इतना आसान नहीं है जितना सफल व्यक्ति को देखने से लगता है.शार्ट कट कभी भी सफलता की सीढ़ी नहीं है.सफल होने के लिए अथक मेहनत,धैर्य और दृढ़ इच्छाशक्ति की जरुरत होती है.जिस तरह खरा सोना बनने के लिए आग से तपकर बाहर निकलना पड़ता है उसी तरह सफल होने के लिए भी हर परीक्षा पार करके मंजिल तक पहुचना पड़ता है.इसलिए समय की मांग है कि अपने कैरिअर बनाने के लिए लक्ष्य का निर्धारण कर उसे पाने के लिए उसी दिशा में आगें बढें भले ही प्रारंभ में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं लेकिन उनसे घबराने की बजाय उनका डटकर मुकाबला करें और तब तक लगें रहें जब तक मंजिल तक न पहुच जाएँ.

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