राज्य
सरकार ने हाल ही में बार का
लायसेंस थ्री स्टार होटलों
को ही देने का फैसला लिया है।
सरकार ने यह फैसला क्या लिया
मध्यम वर्ग के पियक्कड़ों की
टेंशन बढ़ गई है। क्योंकि कई
पियक्कड़ ऐसे हैं जो थोड़ा स्टेटस
मेंटेन करने के लिए भट्ठी
में नहीं बल्कि बार में जाकर
दारू पीते हैं।
लेकिन सरकार
के इस फैसले ने उनकी भी नींद
उड़ा दी है। बार में शराब पीकर
निकले दो दोस्तों के बीच इसी
को लेकर चर्चा हो रही है। पहला
बोलता है काय बताआें भाई अब
तक हमर रहिसी ल सब जान जाही।
दूसरा बोलता है काय होगे यार...
तभी
पहला बोलता है अरे तोला नइ पता
हे का।
दूसरा बोलता है काय
हर..
मोला
नइ पता हे। तभी पहला लंबी सांस
भरते हुए अरे बाबू अभी जे फइसला
सरकार ह लेहे न सिरतोन में
आेइसने हो जाही त हमन बार में
बइठ के दारू तक नइ पी सकबो।
दूसरा बोलता है काय होगे यार
बने बता ना। पहला थोड़ा गुस्साते
हुए त सुन अभी हमन कहां ले
निकलथन बता।
दूसरा बोलता है
बार ले। पहला -
लेकिन
कुछ दिन बाद ये बार के दरवाजा
दूसर कोती खुलही जाने। दूसरा-
अरे
ते हां ठीक से बता न दारु पिए
कस काबर बतावत हस। पहला हव यार
महूं ह शराबी टइप के गोठियावत
हों। त सून सरकार हर कहात हे
कि अब बार थ्री स्टार होटल
वाला मन ही चला सकथें।
दूसरा-त
काय हाेइस हमूं थ्री स्टार
लगा के आ जाबो। पहला-
अब
तेहां पिये टइप के काबर बात
करत हस। दूसरा-
अरे
हव यार तोर असन महूं हर पिये
टइप के गोठियावत हों। पहला
फिर बोलता अरे यार थ्री स्टार
में बार खुलही त उहां के रेट
ह जादा रही। त हमन कहां से उंहा
जाके पी सकबो यार।
अभी हमन जे
दारू ला दू सो में पी लेथन आेकर
बर उंहा कम से कम आठ सो रुपिया
देबर पड़ही। त काय महीना में
एकेबार पीबो का बता न। तभी
दूसरा बोलता है अरे यार पूरा
गड़बड़ हो जाही। हमन जतिक सेखी
मारते रेहेन सबो घुसड़ जही।
काबर कि अब हमूमन ल भट्टी ले
दारू लेके पीयेबर पड़ही। अउ
अइसन करबो तहांन हम मोहल्ला
के मन हमन ल बिजराहीं। तभी
पहला बोलता है नहीं अइसन नई
होयला देन। दूसरा तपाक से
बोलता है त काय करबे तेहां।
पहला बोलता मेहर काय कर सकहूं
यार। अब हमन दूनो झन ल दूसर
मोहल्ला के भट्ठी में जाके
पियेबर पड़ही जिहां हमर मोहल्ला
के कोई नि दिखही तभे हमर इज्जत
बाचे रही। दूसरा बोलता है
इज्जत बाचे घलो रही आैर रहिसी
अउ बढ़ जही कि एमन त थ्री स्टार
के बार से पीके आवत हें कहीके
जाने।