Saturday, February 6, 2016

यार बिना चैन कहां रे, झन गाबे अब्बड़ मारथे पुलिस वाला मन

राजधानी में इन दिनों चेन खींचकर भागने वाले गिरोह का खूब आतंक है। पिछले एक सप्ताह के दौरान चेन स्नेचरों ने इतनी घटनाआें को अंजाम दिया है कि महिलाएं तो महिलाएं पुरूष भी चेन पहनकर निकलने से परहेज करने लगे हैं। 
दिन दहाड़े हो रही वारदातों के बीच चैन शब्द वाले गानों ने पुलिस वालों को परेशान कर रखा है। क्योंकि इस तरह के गाने बजाने के कारण पुलिस वालों को चेन स्नेचरों की याद आ जाती है। परेशान इसलिए भी होते हैं क्योंकि जिले के पुलिस कप्तान इन चेन स्नेचरों को पकड़ नहीं पाने के कारण थानेदारों पर काफी गरम हैं।

इसी मसले पर दाे दोस्त आपस में बातें कर रहे हैं। उनके बीच हो रही बातचीत सोशल मीडिया में पहुंच गई है। पहला बोलता है का बताआें यार मोला पुराना गाना सुने के भारी शउंक हे। मोर घर में तो गाना बाजत रथे अइसने मोर मोबाइल में घलो पुराना गाना मन ल लोड करवा के राखे हों। दूसरा पूछता है त काय होगे यार पुराना गाना सुनना तो अच्छा बात हरे। महूं ला पुराना गाना मन अच्छा लागथे। 
तभी पहला बोलता है ते तो जानथस कई ठन गाना मन अइसे शब्द घलो रथे जेकर से कई झन मन ला बहुत परेसानी होथे। दूसरा तपाक से पूछता है मतलब? पहला बोलता है मतलब जइसे ते पेपर मे पढ़े होबे आजकल रइपुर में चेन चोरहा मन घूमत हावे। तभी दूसरा बोलता है हव यार मोटरसाइकिल में आथें अउ झपट्‌टा मारके भाग जथें कहिके महूं सुने हों। 
त एकर से तोर गाना के काय संबंध हे ऐला तो बता। पहला बोलता है अरे एकरे सेती तो कहात हों कि पुराना गाना नइ सुन सकन काबर मोर करा जे गाना हे आेमे कई ठन गाना अइसे हे जेमे चैन आथे। दूसरा बोलता है चैन आथे मतलब। पहला बताते हुए जइसे चैन चुराया मेरा किसन आे..., यार बिना चैन कहां रे..., मुझे नींद न आए, मुझे चैन न आए.. जाने। दूसरा कुछ सोचते हुए बोलता है मे समझेंव नहीं
तभी पहला बोलता है कि अरे एमे चैन शब्द जब आथे त पुलिस वाला मन आेला सुनथें त आेमन ला आेहर चेन असन सुनाथे। अउ चेन असन सुनाथे त आेकर बड़े साहब के डांट घलो सुनई देथे. जेकर कारन आेमन भड़क जथें, मोला आेदिन एक झन बिक्कट मारिस यार अउ किहिस ए दहान दिखभे झन नइ ते ठीक नि होही।
 अब तहीं बता मे काय करों। दूसरा बोलता है कुछ दिन ते हर गाना सुनेबर बंद कर दे अउ सुनना हे त अइसन गाना सुन जेमे चैन शब्द झन आए।