Sunday, March 22, 2009

जेड गुडी ने मौत के पहले जी ली जिंदगी

जेड गुडी ने मौत के

पहले जी ली जिंदगी

मरने के पहले सिखा गई जीना

27 साल की उम्र में ही उसने दुनिया को अलविदा कह दिया। 27 बसंत देखने वाली जेड गुडी ने मरने से पहले लोगों को जीने की कला सिखा दी और लोगों को यह सीख दे गई कि जिंदगी जिंदादिली का नाम है। दुनिया में ऐसे बिरले ही लोग होंगे जिन्हें अपनी मौत के बारे में पता होगा और वे यह जानते होंगे कि कब इस दुनिया को अलविदा कहने वाले हैं मैनें ऐसे दो लोगों के बारे में देखा और सुना है जिनमें एक था आनंद और दूसरी जेड गुडी। आनंद की मौत से पहले की जिंदगी देखकर लोगों की आंखों में आंसू आ ही जाते हैं क्यों कि वो 70 के दशक की भारतीय सिनेमा की एक सुपरहिट मूवी थी जिसमें सुपरस्टार राजेश खन्ना ने आनंद की भूमिका को हमेशा के लिए अमर कर दिया। लोग आज भी उस भूमिका और अदाकारी को देख भावुक हो उठते हैं। खैर वो तो फिल्म थी लेकिन जेड गुडी कोई फिल्म नहीं थी,बल्कि धरती और आकाश की तरह ही सौ फीसदी सच थी। रियलिटी शो बिग ब्रदर और बिग बास से चर्चा में आई बिट्रिश अदाकारा जेड गुडी को अपनी इतनी छोटी सी उम्र में पता चल गया था कि वह सर्वाइकल कैंसर से पीडि़त है और इस दुनिया में वह बस चंद दिनों की मेहमान है। यह सब जानने के बाद दो बच्चों की मां जेड के लिए यह इतना आसान नही था लेकिन इसके बाद भी उसने हिम्मत नही हारी और बचे हुए दिनों में उसने अपनी हर वो ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश की जो वह जिंदा रहकर करना चाहती थी। बिग बास में हिस्सा लेने भारत आईं गुड़ी को शो के दौरान ही पता चला कि उसे एक ऐसी बीमारी है जो कभी भी उसकी जान ले सकती है। पिछले 7 माह से जिंदगी और मौत के बीच झुलती जेड गुडी जिस तरह से मीडिया के बीच चर्चा में रही वैसा अब 22 मार्च के बाद नहीं होगा। जेड भले ही आज इस दुनिया से विदा हो गई लेकिन पिछले 7 माह से जो जिंदगी उसने जी वह अपने आप में एक मिसाल रहेगी। वह पिछले 7 माह से हमेशा खुश रहते हुए पल-पल अपनी मौत का इंतजार करती रही लेकिन उन्होंने किसी को इसका अहसास नहीं होने दिया कि वह मरने वाली है और आखिरकार जेड गुडी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन जेड गुडी इन महीनों में हंस कर लोगों को जीने की प्रेरणा देती रहीं पर लोगों ने उसे समाचार पत्रों और टीवी चैनल द्वारा दिखाई जाने वाली खबरों से ज्यादा महत्व नही दिया लेकिन बावजूद इसके फिल्मों और रिल लाइफ में पात्र के दु:ख से दु:खी होने वाले लोगों की संख्या रियल लाइफ में रियल आर्टिस्ट की मौत पर दु:खी होने वालों की संख्या से कम नहीं थी।

जेड गुडी बच्चों के लिए छोड़ गई है 40 लाख पाउंड

जेड गुडी भले ही चली गई हो, लेकिन वह अपने बच्चों के फ्यूचर के लिए पूरे चालीस लाख पाउंड छोड़ गई है। अपने अंतिम दिनों को गुडी ने इस तरह मैनिज किया था कि उसका हर पल खासी बड़ी रकम दे गया। उसने मैगजीन और टीवी के साथ बड़े कॉंट्रेक्ट कर अपने बच्चों बॉबी और फ्रेडी के बेहतर जीवन के लिए साधन मुहैया करा दिए। गुडी चाहती थी कि उसके बच्चों को किसी का मोहताज न होना पड़े। इसके लिए वह कोई भी कीमत चुकाने को तैयार थी। गुडी चाहती थी कि बॉबी किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़े। वह अपनी सारी जमापूंजी बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ही लगा देना चाहती थी। जेड गुडी वह दिन अक्सर याद किया करती थी जब बॉबी स्कूल की ड्रेस पहन कर घर से निकला था : मैं उसे क्लास रूम में छोड़ते वक्त अपने आंसू नहीं रोक पाई। वह तो अपनी प्यारी-सी छोटी कुर्सी पर बैठ गया और मासूम आवाज में बोला-अब तुम जाओ ममा, रोओ मत। मुझे मां होने का सुख तब सबसे बड़ा लगा था।

जेड की जिन्दादिली को सलाम.

भगवान जेड की आत्मा को शांति प्रदान करें.

1 comment:

Anonymous said...

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now a days typing in an Indian language is not a big task...recently i was searching for the user friendly Indian Language typing tool and found.. "quillapd". do u use the same....?

heard that it is much more superior than the Google's indic transliteration..!?

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Jai...Ho....